जिलास्तरीय संपूर्ण उड़ान प्रतियोगिता में चमके ला मॉन्टेसरी स्कूल कलैहली के प्रतिभागी

08 Oct, 2018

खेल के प्रति निष्ठा, ईमानदारी, परिश्रम और आत्मविश्वास ही किसी खिलाड़ी को महान खिलाड़ी बनाते हैं। आज के समय में बच्चों पर लगातार पढ़ाई का बोझ इस कदर बढ़ता जा रहा है कि उनका Udaanबचपन जैसे उनसे कोसों दूर होता जा रहा है। माता पिता के द्वारा बच्चों पर अपना बेस्ट देने का प्रेशर हमेशा रहता है। जिससे बच्चे सिर्फ किताबों में ही अपनी दुनिया बना लेते है और बच्चे खेल से कोसो दूर हो जाते है। जबकि खेल बच्चों के सम्पूर्ण विकास के लिए बहुत जरूरी है। इससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है। खेल खेलने के फायदों को ध्यान में रखते हुए ला मॉन्टेसरी स्कूल समय-समय पर प्रतियोगिताएँ कराता रहता है। दिनांक 2 से 3 अक्टूबर को जिलास्तरीय संपूर्ण उड़ान प्रतियोगिता में बच्चों ने जमकर अपने दमखम का परिचय दिया। सभी प्रखंड स्तर के विजेता खिलाड़ी आज मानो अपने आगे किसी को निकलने नहीं देना चाहते थे। कनिष्ठ बाल वर्ग कराटे में अभय सिंह गुलेरिया तथा वरिष्ठ कन्या वर्ग में 100 मीटर दौड़ में इपशिता शर्मा , 200 मीटर दौड़ में कशिका सोहल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वरिष्ठ कन्या वर्ग में फुटबॉल और बैडमिंटन में विद्यालय अव्वल रहा। वरिष्ठ बाल वर्ग में फुटबॉल में द्वितीय स्थान हासिल किया। कनिष्ठ बाल वर्ग लंबी कूद, 100 मीटर दौड़ ऊंची कूद मंे द्वितीय स्थान और 200 मीटर दौड़ में तृतीय स्थान पर अभय सिंह गुलेरिया रहे। वरिष्ठ कन्या वर्ग 100 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान और लंबी कूद में तृतीय स्थान पर किजल रही। वरिष्ठ कन्या वर्ग में 100 मीटर दौड़ में कशिका सोहल और 200 मीटर दौड़ में इपशिता शर्मा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कनिष्ठ कन्या वर्ग शतरज में कालज़ग लामो और वरिष्ठ कन्या वर्ग में इकनूर और वरिष्ठ बाल वर्ग में आर्श शर्मा ने द्वितीय स्थान हासिल किया। वरिष्ठ कन्या वर्ग में कराटे में दीक्षा ठाकुर ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कनिष्ठ बाल वर्ग 100 मीटर दौड़ में रक्षित राय और वरिष्ठ बाल वर्ग में 400 मीटर दौड़ में कार्तिक ठाकुर, वरिष्ठ कन्या वर्ग में लंबी कूद में सेजल ठाकुर और कराटे में ऋृषिका गुलेरिया और वरिष्ठ बाल वर्ग टेबिल टेनिस में प्रतीक और अक्षित, 4ग100 रिले में रिंचिन डोलमा, दीक्षा ठाकुर, किजल और मान्या ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अपना बेहतर प्रदर्शन देते हुए ला मॉन्टेसरी स्कूल कलैहली ने कुल मिलाकर 20 स्वर्ण पदक , 57 रजत पदक और 20 कांस्य पदक अपने नाम किए। बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए ऐसी प्रतियोगिताओं की अहम भूमिका होती है। इससे मानसिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास तो होता ही है, टीम भावना का विकास भी बच्चों में खेल के माध्यम से ही होता है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता हे जिससे एकाग्रता बढ़ती है। इम्यूनिटी के लिए स्पोर्ट्स फायदेमंद हैं खेल व्यक्तित्व के चहुंमुखी विकास में सहायक होता हैं. बच्चा टीम वर्क सीखता है खेलों से शारीरिक और मस्तिष्क का विकास भी होता है .शारीरिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने एवं शारीरिक रूप से समाज को सामर्थ्यवान् बनाने के उद्देश्य से खेल-कूद कार्यक्रमों को आयोजित करना और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु पुरस्कृत करना ही विद्यालय का उद्देश्य होता है। जिसमें विद्यालय निरंतर प्रयासरत है।

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