अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

22 Jun, 2019

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

 शरीर से रूह तक की यात्रा

तन से मन को मिलाने का एक सेतु है योग। इसके जरिए मानव अपनी इच्छाओं पर ही काबू नहीं पाता बल्कि इससे जीवन में छाई भ्रांतियां भी दूर होती हैं। 27 सितंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग के फायदों पर प्रकाश डाला था।। उस वक्त यूएन मैं भारत के राजदूत रहे अशोक मुखर्जी ने भारत की तरफ से विश्व योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा और 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में 193 सदस्यों ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। ग्लोबल हेल्थ एंड फॉरेन पॉलिसी के एजेंडे के तहत अपनाए गए प्रस्ताव में स्वीकार किया गय कि योग स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है और इसके लाभों के बारे में जानकारी का व्यापक प्रसार दुनिया के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा। इसके लिए 21 जून का दिन चुना गया, क्योंकि यह उत्तरी गोलार्ध में साल का सबसे बड़ा दिन होता है। इसके बाद 2015 में विश्व में यह दिवस मनाया जाने लगा। इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम क्लाइमेट एक्शन है। ला मोंटेसरी स्कूल का उद्देश्य अपने छात्रों का सर्वांगीण विकास करना है।। इसलिए विद्यालय समय-समय पर अनेक गतिविधियों का आयोजन भी करता है। विद्यालय में छात्र कई दिनों से योगाभ्यास कर रहे हैं। योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है जिसके माध्यम से ना केवल शरीर के अंगों बल्कि मन मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। छात्रों में योग संबंधी जागरूकता लाने के लिए ही विद्यालय कई दिनों से छात्रों से योगाभ्यास करवा रहा है।आज विश्व योग दिवस के अवसर पर छात्रों ने अनुलोम-विलोम कपालभाती ,भामरी,त्रिकोणासन,ताड़ासन और प्राणायाम आदि योगासन किए। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री शैलेंद्र ठाकुर जी ने छात्रों को योग के फायदों से अवगत कराया।उन्होंने कहा कि छात्रों को योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए ताकि बच्चे योग का फायदा उठाकर एक स्वस्थ और समृद्ध जीवन जी सकें।