दीपावली

08 Nov, 2022

दीपावली के त्योहार को दिवाली भी कहा जाता है। दिवाली भारत का वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है - अंधकार पर प्रकाश की विजय, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने का समय।दीपावली एक प्रमुख त्योहार है। दीपावली दो शब्दों से मिलकर बना है- दीप अर्थात दीपक अौर आवली अर्थात से सजा हुआ। यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। दीपावली दीपों का त्योहार है। आध्यात्मिक रूप से यह 'अन्धकार पर प्रकाश की विजय' को दर्शाता है।माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे। अयोध्यावासियों का हृदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से प्रफुल्लित हो उठा था। श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए। कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी।पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या को भगवान राम चौदह वर्ष का वनवास पूर्ण करने के बाद अपनी जन्मभूमि अयोध्या वापस लौटे थे। जिसके उपलक्ष्य में हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दीपावली का पावन पर्वdiwali_2 मनाया जाता है। हमारे विद्यालय में दीपावली धूमधाम से मनाई जाती है। आज हमने अपने स्कूल में दिवाली मनाई । हमने मज़ा किया।सभा छोटे छात्रों द्वारा आयोजित की गई थी ।सभा छोटे छात्रों द्वारा आयोजित की गई थी ।छोटी बच्चियों ने "हैप्पी दीवाली" गीत पर मनमोहक नृत्य कर दीवाली पर दिया खूबसूरत संदेश।बच्चों ने की रामलीला और दिखाया कैसे 14 साल बाद सीता लक्ष्मण और हनुमान के साथ वनवास से लौटे। दीपावली पर पहली और दूसरी कक्षा के छात्रों द्वारा नारेबाजी की गई। पेंटिंग प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं ला मोंटेसरी स्कूल में दीपावली बहुत ही शानदार तरीके से मनाया जाता है बच्चे राम सीता और लक्ष्मण की तरह तैयार होते हैं और रामलीला दिखाते हैंसुबह की सभा दशहरा के दौरान की जाती है जहाँ बच्चे हमें बताते हैं कि दीपावली कैसे और क्यों मनाया जाता है और गीत गाए जाते हैं और विभिन्न गीतों पर नृत्य किया जाता हैस्किट का आयोजन न केवल छोटे बच्चे करते हैं बल्कि नर्सरी के छोटे बच्चे करते हैंअंत में नाटी की जाती है और सभी बच्चे और शिक्षक दीपावली के नृत्य और उत्सव का आनंद लेते हैं दीपावली हमारे स्कूल में मनाए जाने वाले प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है….

 पांच दिवसीय त्योहार अंधेरे पर प्रकाश की जीत का जश्न मनाता है। दुनिया भर में हिंदू दिवाली मना रहे हैं। रोशनी का पांच दिवसीय त्योहार भारत में सबसे लोकप्रिय छुट्टियों में से एक है, और गुरुवार उत्सव का मुख्य दिन है, जब वफादार हिंदू धन की देवी से प्रार्थना करते हैं।सभी धर्मों के एक अरब से अधिक लोगों द्वारा मनाया जाने वाला यह पांच दिवसीय रोशनी का त्योहार प्रार्थना, दावत, आतिशबाजी और कुछ के लिए एक नया साल लाता है। दिवाली भारत का वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है- अंधकार पर प्रकाश की विजय, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने का समयदिवाली कई धर्मों द्वारा मनाई जाती है।

 

diwali_1हर साल अक्टूबर और नवंबर के आसपास, दुनिया भर के हिंदू दिवाली या दीपावली मनाते हैं - रोशनी का त्योहार जो 2,500 साल से अधिक पुराना है ।उत्तर भारत में, वे राजा राम की अयोध्या वापसी की कहानी का जश्न मनाते हैं, जब उन्होंने रावण को मिट्टी के दीयों की पंक्तियों को जलाकर हराया था । दक्षिणी भारत इसे उस दिन के रूप में मनाता है जब भगवान कृष्ण ने राक्षस नरकासुर को हराया था।दीपावली के दिन ऋद्धि-सिद्धि के दाता भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के पूजन का विधान है। इसके साथ ही इस दिन धन के देवता कुबेर, मां सरस्वती और मां काली का भी पूजन किया जाता है।हिंदू मान्यता के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया था। नरकासुर के बंदी गृह में 16 हजार से ज्यादा महिलाएं कैद थीं, जिन्हें भगवान कृष्ण ने आजाद कराया था। तब से छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी के तौर पर मनाया जाता है।दीपावली” और “दिवाली” इन दोनों में सही शब्द है “दीपावली”, जो कि “दीप” शब्द में “आवली” की संधि होने से निर्मित हुआ है और जिसका अर्थ है “दीपों की पंक्ति”… चूँकि मूल संस्कृत से निर्मित शब्द लोकभाषा में प्रयोग किये जाते समय उच्चारण दोष से ग्रस्त होते रहे हैं, फलस्वरूप आपकी-हमारी “दीपावली” भी “दीवाली” से “दिवाली” तक आ गई..पृथ्वी, आकाश,अग्नि, जल, वायु इन सभी पांचों तत्वों से दीपक बनता और प्रकाशित होता है। दीपक जलाने से वातावरण में शुद्ध होता है। सरसों के तेल से दीपक जलाने से वातावरण में मौजूद विषैले कीटाणुओं का नाश होता है। घर-परिवार की गरीबी दूर करने के लिए धनतेरस की शाम से दीपावली की रात तक अखंड दीपक जलाना लाभकारी माना जाता है।