आजादी का अमृत महोत्सव

22 Aug, 2022

स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन सभी भारतीयों के हृदय में एक विशेष स्थान रखता है क्योंकि यही वह दिन था जब हम भारतीयों को अनेक वर्षों के संघर्षों के बाद विदेशी आक्रमणकारियों के अत्याचारों एवं गुलामी से मुक्ति मिली। भारतीयों को आजादी दिलवाने मे भारत के अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसमें शामिल हैं -नेताजी सुभाष चंद्र बोस,भगत सिंह ,खुदी राम बोस तांत्या टोपे, महाराणा प्रताप, रानी लक्ष्मीबाई ,सरोजिनी नायडू जैसे कई अनेक महान क्रांतिकारी। हमारे लिए गर्व की बात है की बात है कि इस स्वतंत्रता आंदोलन में हिमाचल के वीरों ने भी अहम भूमिका निभाई है जिसमें कुल्लू के वीर कुंवर प्रताप सिंह , युवराज प्रताप सिंह जैसे अनेक स्वतंत्रता सेनानियों का भी विशेष योगदान रहा जो हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।

 

यह दिन  बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए  बलिदानों को याद करते हुए और                                                 

उनके संघर्षों से सीख लेते हुए हर भारतीय के दिल को अपार सम्मान और खुशी से भर देता है।

देश का हर नुक्कड़ और कोना नवजीवन के लिए जागृत होता है और हर भारतीय इस स्वतंत्रता के

उत्सव को अपने धर्म, जाति, नस्ल के भेद को भूलाकर उमंग और उत्साह से मनाता है और इस

प्रकार अनेकता में एकता की पंक्ति चरितार्थ होती है। स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत हमारे तिरंगे को आकाश में ऊंची उड़ान भरते हुए देखे बिना नहीं हो सकती है जो भारत के विकास के चरम को दर्शाता है और विश्व सीढ़ी पर चढ़ाता है और आने वाले वर्षों में प्रौद्योगिकी, कृषि, खेल हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बन जाता है।हमारा तिरंगा हमारे राष्ट्र का गौरव है और इसके गौरव की रक्षा करना भारत के प्रत्येक नागरिक का मुख्य कर्तव्य है। ला मोंटेसरी विद्यालय कलैहली में(हिमाचल प्रदेश में सबसे अच्छा स्कूल) मौसम की स्थिति की परवाह किए बिना मुख्य अतिथि श्रीमान विनोद ठाकुर( पीटीए अध्यक्ष) ,श्रीमती ललिता कंवर (एमडी एकेडमिक्स ला मोंटेसरी विद्यालय), विद्यालय के अध्यापक वर्ग, विदेश से आए गए कुछ अध्यापकों, विद्यार्थीगणों की उपस्थिति में पूरे सम्मान के साथ तिरंगा फहराया गया और कार्यक्रम की शुरुआत हुई। एलएमएस विद्यालय हमेशा अपने छात्रों को इन राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने में सबसे आगे रहा है और इसकी एक सुंदर झांकी 15 अगस्त 2022 को हमारे विद्यालय में दिखाई दी। ध्वजारोहण के बाद विद्यार्थियों के द्वारा देश भक्ति से संबंधित प्रस्तुतियाँ दी गई ।

महात्मा गांधी ने कहा था, "हमें वही परिवर्तन बनना चाहिये जो हम दुनिया में देखना चाहते हैं |"इन शब्दों को ध्यान में रखते हुए, एलएमएस कलैहली एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) वाला पहला निजी विद्यालय बना है। विद्यालय को सबसे ज्यादा अनुशासनात्मक विद्यालयों की श्रेणी में प्रथम स्थान की उपाधि भी दी गई है ।सबसे पहले छात्रों को एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) ड्रिल करते हुए और उसके बाद एनसीसी गीत 'हम सब भारतीय है' गाते हुए देखना सबके लिए एक परम आनंद और गर्व का क्षण था। ड्रिल के बाद सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया जिसमें कक्षाओं के बीच देशभक्ति गीत प्रतियोगिता, कथक प्रदर्शन, शिक्षकों और छात्रों द्वारा समूह गीत, एक दिल को छू लेने वाली कविता और एक प्रेरक भाषण शामिल थे।

हमारे स्कूल ने न केवल शैक्षिक रूप से प्रतिभाशाली छात्रों का निर्माण किया है, बल्कि संगीत, नृत्य, सूचना प्रौद्योगिकी आदि जैसे कई अन्य कौशलों में भी उत्कृष्ट छात्रों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे छात्र हमेशा पहल करने और नई चीजें सीखने के लिए तैयार रहते हैं जिससे बच्चे का समग्र विकास होता है।

संगीत एक शक्तिशाली उपकरण है जिसके माध्यम से कोई भी अपनी गहरी भावनाओं को  व्यक्त कर सकता है, इस प्रकार देशभक्ति गीतों के बिना पूरा उत्सव अपना करिश्मा खो देता है।  छात्रों और शिक्षकों ने एक साथ काम किया और सभी देशभक्ति गीतों के गायन द्वारा एक के बाद  एक सर्वश्रेष्ठ संगीत प्रदर्शन दिया, चाहे वह वंदे मातरम हो, संदेसे,आते हैं, तेरी मिट्टी, कर चले हम फिदा, ऐ मेरे वतन के लोगों या माँ तुझे सलाम, सुनो गौर से दुनिया वालो और बहुत अधिक।

हम भारत के उन वीरों जैसे रानी लक्ष्मी बाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि के योगदान को नहीं भूल सकते हैं, जो देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करने के लिए प्रारंभिक अवस्था में ही मर गए। हम इन लोगों की वजह से ही हवा में आजादी की साँस ले पा रहे हैं जिन्होंने हमारे देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान गवाँ दी और देश के लिए शहीद हो गए ।उनके बिना आज का परिदृश्य पूरी तरह से विडम्बनापूर्ण होता।देश के गौरव को पुनर्जीवित करते हुए शहीद हुए उन सभी वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए, उनके बलिदानों को याद करने के लिए, छात्रों ने विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका निभाई और एक बार फिर उनके विचारों को नए पंख दिए और विद्यार्थियों को उनके आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा दी इस प्रकार यह कहना सही है, "आप व्यक्तियों को मार सकते हैं, लेकिन उनके विचारों को नहीं।"

नृत्य प्रस्तुतियों किसी भी कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती हैं ।एक नृत्य प्रदर्शन अपनी ऊर्जा और आभा के साथ एक घटना को और अधिक जीवंत बनाता है। बच्चों को उन देश भक्ति के गीतों पर नृत्य करते हुए देखकर देखने वालों के दिल में खुशी और उन्माद आता है। उनकी प्रस्तुतियों में किया गया प्रयास, कड़ी मेहनत स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, चाहे वह समूह नृत्य हो, एकल नृत्य हो या माइम, यह शिक्षकों और छात्रों के बीच सहयोग और टीम भावना का परिणाम है। ला मोंटेसरी विद्यालय ने हमेशा अपने छात्रों को लीक से हटकर सोचना और उनके प्रदर्शन में रचनात्मकता लाना सिखाया है।

इस विशेष आयोजन का समापन हमारे मुख्य अतिथि  श्रीमान विनोद ठाकुर (पीटीए अध्यक्ष ) और श्रीमती ललिता कंवर( एमडी एकेडमिक्स ला मोंटसरी विद्यालय)  द्वारा ज्ञानवर्धक शब्दों के साथ हुआ। उनके द्वारा कहे गए प्रत्येक शब्द का एक महत्वपूर्ण अर्थ था, जिसका निश्चित रूप से छात्रों पर विशेष प्रभाव पड़ा और उन्हें देश की उन्नति हेतु काम करने के लिए प्रेरित किया क्योंकि युवा पीढ़ी देश की विरासत को आगे बढ़ाएगी और हमारे देश को शीर्ष पर लाएगी। इस प्रकार आसमान में गूंज रहे 'जय हिंद', 'वंदे मातरम', 'भारत माता की जय' के नारों के साथ भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का यह अद्भुत उत्सव उत्साह ,जोश ,देश भक्ति की भावना, देश के प्रति विद्यार्थियों के उत्तरदायित्वों एवं कर्तव्यों की सीख लेते हुए संपन्न हुआ।

पृथ्वी लारजे, कक्षा दसवीं

एल.एम.एस. कलैहली